Tuesday, March 10, 2009

Mohe rang de..


कुछ ऐसी किरणे लेकर
तुम हो आये
काले बादल भी
तुम्हारी रौशनी में
ढल कर
सुनहरे हो जाते हैं

कुछ ऐसा स्पर्श लेकर
तुम हो आये
उड़ती हुई धूल भी
तुम्हारें हाथों से
गुज़र कर
गुलाल हो जाती हैं

कुछ ऐसी ध्वनि लेकर
तुम हो आये
मेरी हलकी सी खामोशी भी
तुम्हारें सुरों में
मिल कर
गीत हो जाती हैं

सच..

कुछ ऐसे रंग लेकर
तुम आये हो
मेरा सारे रंग
तुम्हारे दिल में
सज कर
तस्वीर बन जाते हैं


Holi.. A celebration of spring. A celebration of love.

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